छत्तीसगढ़ में खतरा कम इसलिए सिर्फ दुर्ग जिले मॉक ड्रिल में शामिल
जम्मू-कश्मीर के पहातगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए तब से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाचे बड़ गया है। पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम और उच्चस्तरीय बैठयों को देखते हुए ऐसी संभावना है कि भारत किसी भी समय पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से भी प्रतिक्रिया आ सकती है। इस संभावता की ध्यान में रखते हु केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी के हुए राजों को आज बुधवार को देशभर में मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए हैं। आज 7 मई को देशभर के 244 जिलों में माँक दिल का आयोजन किया जाएगा। इसे 3 बेषिगों में बांरा गया है।
1971 में भी राजा में मांदा दिल का आयोजन किया गया था वर्ष 1971 में जब पाकिस्तान
वर्ष 1971 में जब पाकिस्तान के साथ युद्ध के बादल मंडरा रहे थे, तब राज्यों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी। नागरिक अभी भी मुंबई शहर में सामान बनने और यहां तक कि बिजली गुल होने के अनुभय बताते हैं। 1971 में दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल को काले कपड़े से एक दिया गया था। विभित्र समाचार पत्रों ने जन जागरूकता बढ़ाने के लिए मॉक ड्रिल और युद्ध के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में खचों छापी थीं। सेना और जिल्ला प्रशाम्त ने गांथों में मौक द्वित कर अभ्यास किया था।
नागरिकों को क्या करना चाहिए? वया न करें?
(1) मॉक ड्रिल के दौरान हमाई हमले की चेतावनी के लिए सायरन बजाया जा सकता है। यह सिर्फ एक अभ्यास है। इसलिए नागरिकों को घबराना नहीं बाहिए। सायरन सुनते समय शांत रहें और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
(2) जैसे ही सागरन बजाता है. तुरंत खुले क्षेत्र में बले जाएं। किसी सुरक्षित इमारत या बंकर में शरण लें। बाँद आप बाहर है, ती पास की किसी इमारत में बले जाइये सायरन बजने के 5 से 10 मिलर के भीतर सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएं। पदि बंकर उपलब्ध हो तो वहां गाएं।
(3) मॉक ड्रिल के दौरान कैश ब्लैकआउट का अध्ययन किया जाएगा। उस समय सभी लाइटें बंद कर दी जाएंगी। इससे दुश्मन दुश्मन देश के लिए नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाना मुश्किल हो जाएया। अपने घर की खिड़कियों, दरवाजों और खिड़कियों को काले कपड़े से ढ़के घर से बाहर रोशनी जाने दें। सड़क पर गाड़ी चलाते समय लाइटें बंद कर दें।
सिखाए जाएंगे हमले से बचने के तरीके, टॉर्च कैश रखने की सलाह
फालगाम हमले के चाद पाकिस्तान से तनाव के बीच मुधवार को देश के 244 इलाकों में बुद्ध के दौरान बचान के तरीकों की मौक ड्रिल होगी। गृह मंत्रालय ने इन इलाकों को सिविल विकेंस डिस्ट्रिक्ट के तौर पर लिस्ट किया है। ये सामान्य प्रशासनिक जिलों में अलग हैं। सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स की उनकी संवेदनशीलता के आधार पर 3 कैटेगरी में बांटा गया है। कैटगरी सबसे संवेदनशील और कैटेगरी-3 कम संसेटिव है। गृह मंत्रालय ने 5 मई को सभी राज्यों को मॉक ड्रिल कराने के आदेश जारी किए थे। दिल्ली में गृह मंत्रालय में हुई दाईलेबल मीटिंग में मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की गई। इसमें सत्यों के मुख्य सचिव और सिविल डिफेंस चीफ समेत कई लाई रैंक ऑफिसर मौजूद थे
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